Wednesday, September 26, 2007

जॉनी गद्दार - फिल्म समिक्षा

बैनर : एडलैब्स फिल्म्स लि.
निर्देशक : श्रीराम राघवन
संगीत : विशाल-शेखर
कलाकार : नील मुकेश, धर्मेन्द्र, रिमी सेन, ज़ाकिर हुसैन, विनय पाठक


Dharmendra

पाँच सदस्यों की एक गैंग है, जो गैर-कानूनी गतिविधियों में लिप्त है। शेषाद्रि (धर्मेन्द्र), विक्रम (नील मुकेश), शारदुल (जाकिर हुसैन), प्रकाश (विनय पाठक) और दया (शिवा) इसके सदस्य हैं। साठ वर्ष से अधिक उम्र का शेषाद्रि सबसे बड़ा और बीस वर्ष की उम्र के आसपास का विक्रम इस ग्रुप का सबसे छोटा सदस्य है।

सत्तर के दशक में शेषाद्रि स्मगलिंग करता था। पकड़े जाने पर वह जेल भी गया था। शेषाद्रि अपनी पत्नी को बेहद चाहता था, जिसकी कैंसर की वजह से मृत्यु हो गई थी। तब से शेषाद्रि का विश्वास भगवान पर से उठ गया था। शेषाद्रि ने अपने पुराने संबंधों के आधार पर इस ग्रुप को बनाया।

शारदुल डांस बार चलाता था, लेकिन सरकार ने बैन लगाया और वह मुसीबत में फँस गया। वह बहुत महत्वाकांक्षी है और अंडरवर्ल्ड के साथ-साथ पुलिस वालों से भी उसकी अच्छी दोस्ती है। विक्रम को सिर्फ पैसा कमाने से मतलब है। अच्छे या बुरे से उसे कोई मतलब नहीं है। तेज गति से जीने वाला विक्रम बेहद बुद्धिमान है।


Neil-Rimi

प्रकाश एक जुआघर चलाता है, जिसमें शेषाद्रि और शारदुल उसके पार्टनर हैं। उसकी वर्षा नामक एक सुंदर पत्नी है, जो उसकी खतरनाक लोगों से दोस्ती को देख डरती रहती है। दया तब तक अच्छा है, जब तक कोई उसका बुरा नहीं करे। उसकी माँ बीमार है, जिसकी उसे हमेशा चिंता लगी रहती है।

विक्रम को मिनी (रिमी सेन) से प्यार है। मिनी हमेशा विक्रम को गैंग छोड़ने के लिए कहती रहती है। उसे लगता है कि इस गैंग से जुड़े रहने की वजह से विक्रम को अंत में नुकसान ही होगा।


Rimi

शेषाद्रि के पास एक ऐसा ऑफर आता है, जिससे सभी की किस्मत बदल सकती है। काम सिर्फ चार दिनों का है और बदले में ढेर सारा पैसा। सभी इस ऑफर को स्वीकार कर लेते हैं।

अचानक विक्रम गायब हो जाता है। वह मिनी के साथ नई जिंदगी शुरू करना चाहता है, लेकिन उसके दिमाग में एक और आइडिया है। वह अकेले ही इस काम को कर सारा पैसा पाना चाहता है, लेकिन यह सब इतना आसान नहीं है। उसे पता है कि इस गद्दारी के बदले में उसकी जान भी जा सकती है। 'जॉनी गद्दार' कहानी है प्यार, अपराध, बदला और हत्या की।
(स्रोत : वेबदुनिया)

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