Tuesday, July 24, 2007

शाहरुख की 'चक दे इंडिया' विवादों के घेरे में - दैनिक जागरण

नई दिल्ली। भारतीय महिला हाकी टीम और एक कोच के फर्श से अर्श तक के सफर पर बनी शाहरुख खान की नई फिल्म 'चक दे इंडिया' नए विवाद में फंसती नजर आ रही है। हाकी दिग्गजों का कहना है कि फिल्म की कहानी वास्तविकता से परे है और कोच का अनावश्यक महिमा मंडन किया गया है।
   यशराज बैनर की शिमित अमीन द्वारा निर्देशित 'चक दे इंडिया' में शाहरुख ने भारतीय हाकी टीम के पूर्व गोलकीपर और महिला हाकी टीम के गोलकीपिंग कोच रहे मीर रंजन नेगी की भूमिका निभाई है। दिल्ली में 1982 एशियाई खेलों की हाकी स्पर्धा के फाइनल में भारत की पाकिस्तान के हाथों 7-1 से शर्मनाक हार के बाद 'खलनायक' बने नेगी के कोच के रूप में 'महानायक' बनने की दास्तान है यह फिल्म।
   नेगी ने बताया कि यह फिल्म अपने जीवन पर आधारित होने की पुष्टि तो की लेकिन तफ्सील से जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरे पास बताने के लिए फिल्म से जुड़े कई किस्से हैं लेकिन यशराज फिल्म्स ने फिलहाल मीडिया से बात करने से मना किया है। उन्होंने कहा कि दस अगस्त को फिल्म के प्रदर्शन के बाद ही मैं बात कर सकूंगा।
   रपटों के अनुसार फिल्म में दिखाया गया है कि नेगी के कोच रहते महिला हाकी टीम ने 2002 के मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। जबकि हकीकत यह है कि उस समय जी एस भंगु टीम के कोच थे।

 

पहचान-पर्ची: hindi movie, review, hindi, शाहरुख

No comments: